दोहा में इज़राइली हमला, हमास नेता बचे, क़तर ने निंदा की

दोहा में इज़राइली हवाई हमले में छह लोगों की मौत हुई, जिनमें हमास वार्ताकार का बेटा और एक क़तरी गार्ड शामिल हैं। शीर्ष हमास नेता बच गए। क़तर ने इसे संप्रभुता का उल्लंघन बताया। वैश्विक समुदाय ने चेतावनी दी कि यह हमला ग़ाज़ा युद्धविराम प्रयासों को कमजोर कर सकता है और क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ा सकता है।

अमेरिका में डिपार्टमेंट ऑफ वॉर बहाल, ट्रंप का बड़ा फैसला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 5 सितंबर 2025 को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस का नाम बदलकर डिपार्टमेंट ऑफ वॉर कर दिया। ट्रंप ने कहा कि यह बदलाव अमेरिका की सैन्य शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है और इससे विरोधियों को स्पष्ट संदेश जाएगा कि अमेरिका युद्ध जीतने के लिए हमेशा तैयार है।

जापान पीएम शिगेरू इशिबा का इस्तीफा, सियासी अनिश्चितता बढ़ी

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की, जिससे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एक अस्थिर दौर में संभावित नीतिगत अनिश्चितता का सामना कर रही है।

भारत-अमेरिका व्यापार युद्ध: बहिष्कार से बदलेगी विश्व व्यवस्था

भारत, चीन और रूस के बीच सहयोग की बातें सामने आ रही हैं। यदि भारत इन देशों के साथ खड़ा होता है, तो वैश्विक व्यापार संतुलन में बड़ा बदलाव आ सकता है। हालांकि इसके लिए भारत को बहुत सोच-समझकर कदम उठाना होगा, क्योंकि अमेरिकी तकनीक और पूंजी अभी भी उसकी ज़रूरत है।

कुत्तों पर नियंत्रण, सुप्रीम कोर्ट का आदेश, नागरिक सुरक्षा और एबीसी नियम के बीच संतुलन

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 22 अगस्त 2025 को आवारा कुत्तों के मामले में महत्वपूर्ण आदेश दिया। यह आदेश उस समय आया जब 6 वर्षीय बच्ची की दिल्ली में कुत्ते के काटने से मृत्यु हुई और अदालत ने 28 जुलाई 2025 को स्वतः संज्ञान लिया। अदालत ने स्पष्ट किया कि कुत्तों को नसबंदी, कृमिनाशन और टीकाकरण के बाद वापस उसी इलाके में छोड़ा जाए, किंतु जो कुत्ते आक्रामक हों या रेबीज़ से संक्रमित हों, उन्हें किसी हालत में सड़क पर न छोड़ा जाए और उन्हें नगर निगम द्वारा बनाए गए आश्रय गृहों में रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट ने सड़क पर कुत्तों को खाना खिलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए प्रत्येक वार्ड में फीडिंग ज़ोन बनाने का निर्देश दिया। साथ ही, पशु प्रेमियों और एनजीओ को अदालत में राशि जमा करने और इच्छुक लोगों को गोद लेने की अनुमति दी। यह आदेश केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे देश में लागू होगा और सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को पक्षकार बनाया गया है।

मोदी और वांग यी की मुलाक़ात: शांति, सहयोग और SCO शिखर सम्मेलन

भारत दौरे को दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय संवाद की तैयारी बताते हुए वांग ने कहा कि इस दौरे के दौरान चीन और भारत विभिन्न क्षेत्रों में संवाद तंत्र को पुनः शुरू करने, परस्पर लाभकारी सहयोग को गहरा करने, बहुपक्षवाद को समर्थन देने, वैश्विक चुनौतियों का संयुक्त रूप से सामना करने और एकतरफा दबाव या धौंस का विरोध करने पर सहमत हुए हैं।

भारत विभाजन: विश्वासघात और रक्तपात की दास्तान

सहस्रों वर्षों तक भारतवर्ष अपनी सभ्यतागत सार्थकता में एक हिन्दू राष्ट्र रहा, जिसे सनातन धर्म ने गढ़ा और पोषित किया। इसके बाद मुस्लिम आक्रांता आए—फारस से होते हुए अफ़ग़ानिस्तान के रास्ते भारत में उतरे, तलवार के बल पर हिन्दुओं को धर्मांतरित किया, मंदिरों को अपवित्र किया और मध्य अठारहवीं शताब्दी तक अत्याचारी शासन किया। सन् 1754 में उनके प्रभुत्व का सूर्य अस्ताचल की ओर बढ़ा, परन्तु तभी ब्रिटेन आया और 1947 तक हिन्दू भूमि पर अपनी साम्राज्यवादी पकड़ और कस दी। और उसी वर्ष, जिसे “स्वतंत्रता” का वर्ष कहा गया, प्रस्थान करते हुए अंग्रेज़ों ने अपना अन्तिम और विषैला उपहार दिया—भारत का विभाजन। सांप्रदायिक रेखाओं पर उसे चीर कर हिन्दू-बहुल और मुस्लिम-बहुल प्रांतों को अलग कर दिया गया। पाकिस्तान—पूर्व और पश्चिम—हिन्दू भूमि से ही काटकर गढ़ा गया, एक भयानक फ्रेंकस्टाइन राष्ट्र, जो भय और तुष्टिकरण से जन्मा था।

साहित्य सम्राट जर्नल: बंगला भाषा, साहित्य और धरोहर

साहित्य सम्राट जर्नल एक सहकर्मी-समीक्षित (peer-reviewed) शोध मंच है, जो भारतीय साहित्यिक परंपराओं के व्यापक परिप्रेक्ष्य में बंगला भाषा और साहित्य के अध्ययन को समर्पित है। यह वैदिक और प्राकृत मूलों से लेकर आधुनिक रूपों तक बंगला भाषा के विकास का अनुगमन करता है तथा शब्दावली, शैली और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों में आए परिवर्तनों का विश्लेषण करता है। इसके उल्लेखनीय योगदानों में बंगला भाषा और साहित्य का विश्वकोश (Encyclopedia of Bengali Language and Literature) में प्रविष्टियाँ, Hrasundar Upakhyan जैसे आलोचनात्मक अध्ययन, और प्राकृत व पिशाच प्राकृत पर शोध विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। यह जर्नल अविभाजित बंगाल और त्रिपुरा की साहित्यिक धरोहर को भी उजागर करता है।

ईरान के लिए नेतन्याहू का संदेश: आज़ादी और समृद्धि का आह्वान

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के लोगों से तानाशाही के खिलाफ खड़े होने, स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने और जल संकट से निपटने के लिए इज़राइल की मदद स्वीकार करने का आह्वान किया, वादा किया कि स्वतंत्र ईरान में समृद्धि और प्रचुर जल उपलब्ध होगा।

लंदन में ज़ेलेंस्की और स्टार्मर की मुलाक़ात: अलास्का बैठक और सुरक्षा गारंटी पर चर्चा

प्रधानमंत्री स्टार्मर ने डाउनिंग स्ट्रीट में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मेज़बानी की। सुबह हुई निजी नाश्ते की बैठक में कल की बैठकों पर चर्चा हुई और दोनों ने माना कि एक मज़बूत एकता और न्यायपूर्ण व स्थायी शांति की दृढ़ इच्छा शक्ति महसूस हुई है।